रविवार, 3 अगस्त 2008

सरकार का ध्यान सिर्फ़ सिगरेट राजस्व पर


सरकार का ध्यान सिर्फ़ सिगरेट राजस्व पर

“सरकार द्वारा तम्बाकू पर कर बढाये जाने के बावजूद भी तम्बाकू का प्रयोग किसी भी तरह से कम नही हुआ है, यह बात और है की अब लोगों ने इसका प्रयोग अन्य रूपों में करना शुरु कर दिया है,” यह कहना है भारतीय तम्बाकू कम्पनी के चेयरमैन ऐ के देवेश्वर का। उनका आगे कहना है की तम्बाकू की बिक्री इतने सालों से कई प्रकार से हो रही है जो की अत्यन्त ही खतरनाक है, किंतु सरकार का ध्यान सिर्फ़ सिगरेट पर नियंत्रण लगाने हेतु रहा है जो की कम अन्य तम्बाकू उत्पाद के मुकाबले कम घातक है।

ऐ के देवेश्वर ने आगे बताया की सरकार सिगरेटों पर ज्यादा से ज्यादा कर लगाकर सरकार तम्बाकू द्वारा प्राप्त राजस्व में कमी कर रही है क्योंकि आई० टी ० सी० कम्पनी ने अपना बिज़नस सिगरेट उद्योग में कम कर दिया है। उन्होंने ने चाइना का उदाहरण देते हुए बताया की वहां की सरकार ने सिगरेटों पर कम और अन्य तम्बाकू उत्पाद पर कर लगाकर ज्यादा से ज्यादा राजस्व प्राप्त किया है। आने वाले सालों में आई० टी ० सी० कम्पनी करीब ४००० करोड़ रूपये सिर्फ़ होटल उद्योग में लगाने जा रही है. आई० टी ० सी० कम्पनी के होटल इस साल चेन्नई, कोलकाता और बंगलोर में खुलने हैं।

जहाँ पर भी जमीने उपलब्ध होंगी हम अपने होटल बनायेंगे, किंतु जमीन की उपलब्धता हमारे लिए एक समस्या है।


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