शनिवार, 2 अगस्त 2008

कर मुक्त हो सकती है कच्ची तम्बाकू

कर मुक्त हो सकती है कच्ची तम्बाकू

अमर उजाला

लखनऊ, २ अगस्त २००८

लखनऊ, प्रदेश सरकार कच्चे तम्बाकू को कर मुक्त करने की कवायद में जुटी है. वैसे तम्बाकू पर अभी १२.५० प्रतिशत वैट लगा है जिससे सरकार को सालाना तक़रीबन १५० करोड़ रूपये कर मिल रहा है उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक कच्ची तम्बाकू को कर मुक्त करने के सम्बन्ध में पिछले दिनों उच्च स्तर पर बैठक हो चुकी है, बैठक में प्रमुख सचिव वाणिज्य कर गोविन्दं नायर के साथ ही वाणिज्य कर आयुक्त दीपक कुमार भी बुलाये गए थे। बैठक में इस तथ्य को रखा गया की तम्बाकू और उसके उत्पादनों से तक़रीबन १५० करोड़ रूपये सालाना राजस्व मिल रहा है, जिसमें सिर्फ़ कच्ची तम्बाकू से ही १५-२० करोड़ रूपये होगा। बसपा के रास्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल तम्बाकू को कर मुक्त करनें की पैरवी कर रहे हैं। गौरतलब है की अग्रवाल बसपा के टिकेट पर जिस फरूखाबाद संसदीय शीट से चुनाव मैंदान में उतर रहे हैं, वहां प्रदेश के कुल तम्बाकू का ७५ प्रतिशत तम्बाकू होता है। पिछले साल ३० मई से तम्बाकू पर कर लगाया गया है। सभी प्रकार की सिगरेट, सिगार, तम्बाकू युक्त पान मसाला और बिना तम्बाकू युक्त पान मसाला, सभी तरह की कच्ची अनिर्मित तम्बाकू, खैनी, सुरती या इस तरह के अन्य माँग पर जहाँ ३२ प्रतिशत कर लगाया गया था वहीँ बीडी, कच्ची तम्बाकू की पत्तियों और बीडी में प्रयोग की जाने वाली तम्बाकू की पत्तियों पर १२.५० प्रतिशत की दर से व्यापार कर है. १ जनवरी से वैट लगने पर सभी तरह की तम्बाकू पर १२.५ प्रतिशत कर है.

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