वाइस ऑफ़ लखनऊ
लखनऊ, शनिवार, 24 मई २००८
हाल ही में भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार तम्बाकू की खेती और इसके पत्ते से बीडी बनाने के व्यवसाय में लगे हुए लोगों और उनके परिवारों को इससे काफी खतरा है । शोधों से पता चलता है की जो लोग बीडी के पत्ते की कटाई के काम में लगे हुए हैं उनके पेशाब में निकोटिन की मात्र पाए गई है लगातार इस काम में बने रहने से मजदूरों में इस बात की भी सम्भावना बढ़ जाती है की वह इस नशे के आदि हो जायें। इस बात की जानकारी अमित द्विवेदी ने कल विश्व स्वास्थ्य संगठन की नशा उन्मूलन क्लिनिक, जिला मद्य निषेध विभाग तथा कई अन्य संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान दी । कार्यक्रममें तम्बाकू से होने वाली जानलेवा बिमारिओं पर पोस्टर भी बच्चों द्वारा बनाये गए। जिसका प्रदर्शन ३१ मई २००८ को किया जाएगा । ऐसे लोग जो बीडी के पत्तो को लपेटने का काम करतें हैं उनमें तपेदिक , अस्थमा , एनेमिया, आंखों की समस्याएँ तथा महिलाओं में स्त्री रोग से संबंधित समस्याएँ आ सकती हैं।
नशा मुक्त समाज के लिए सक्रिए भागेदारी सुनिश्चित करें
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट
लखनऊ, शनिवार, 24 मई २००८
कल विश्व स्वास्थ्य संगठन की नशा उन्मूलन क्लिनिक, जिला मद्य निषेध विभाग तथा कई अन्य संगठनों द्वारा पोस्टर प्रदर्शनी और आन स्पॉट नशा छोड़ने के लिए परामर्श अभियान का आयोजन किया गया । ३१ मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर इस पूरे माह भर लोगों को जागरूक करने के लिए निशातगंज के मलिन बस्तियों में बाबा का पूर्वके पास अभियान चलाया गया ।
इस अवसर पर तम्बाकू अधिनियम पर बनी फ़िल्म दर्पण का भी प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर जिला मद्य निषेध अधिकारी अरुणा जोशी ने कहा की सबको मिलकर पूर्ण नशा मुक्त समाज की स्थापना के लिए अपनी- अपनी सक्रिए भागेदारी सुनिश्चित करनी होगी। प्रो० रमाकांत ने बताया की जिन घरों में बड़े तम्बाकू का सेवन करते हैं उन घरों में बच्चों को इसकी लत आसानी से लग सकती है।
धुम्रपान महिलाओं के लिए अत्यधिक खतरनाक
आज
लखनऊ, शनिवार, 24 मई २००८
कल विश्व स्वास्थ्य संगठन की नशा उन्मूलन क्लिनिक, जिला मद्य निषेध विभाग तथा कई अन्य संगठनों द्वारा पोस्टर प्रदर्शनी और आन स्पॉट नशा छोड़ने के लिए परामर्श अभियान का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जिला मद्य निषेध अधिकारी अरुणा जोशी ने कहा की धुम्रपान महिलाओं के लिए अत्यधिक खतरनाक वनस्पति पुरुषों के । इस अवसर पर तम्बाकू अधिनियम पर बनी फ़िल्म दर्पण का भी प्रदर्शन किया गया। हाल ही में भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार तम्बाकू की खेती और इसके पत्ते से बीडी बनाने के व्यवसाय में लगे हुए लोगों और उनके परिवारों को इससे काफी खतरा है । इस बात की जानकारी अमित द्विवेदी ने दी।
उनका आगे कहना था की शोधों से पता चलता है की जो लोग बीडी के पत्ते की कटाई के काम में लगे हुए हैं उनके पेशाब में निकोटिन की मात्र पाए गई है लगातार इस काम में बने रहने से मजदूरों में इस बात की भी सम्भावना बढ़ जाती है की वह इस नशे के आदि हो जायें।
मेरे पापा माँ को रोज ऐसे ही पिटते हैं
हिंदुस्तान
लखनऊ, शनिवार, 24 मई २००८
निशातगंज के पास बसे बाबा का पूर्व सामुदायिक खुले हॉल में मलिन बस्तियों में रहने वाले करीब १०० बच्चे रंगो व पेंसिल से कगाच पर कुछ न कुछ बनने में मग्न थे । सात साल के संदीप ने बनाया की एक व्यक्ति नाली मी गिर पड़ा है , बगल में उसकी साइकिल भी पड़ी है । इस पर उसने लिखा शराब नही पीना चाहिए यह ख़राब चीज है। सविता ने एक आदमी की तस्वीर बनाई और लिखा नशीला आदमी। सभी बच्चे अपने चित्रों में नशे का सेवन करने के बजाये फल खाने की नसीहत दे रहे थे। । सुमित्रा बतातीं हैं की मेरे पिताजी मेरी माँ को शराब पीकर ऐसे ही मारते हैं इसलिए ऐसा ही चित्र बना दिया । यह वो बच्चें हैं जिनमे से ९०% बच्चों के पिता या तो शराब का सेवन करते हैं या फिर किसी और नशे का। बच्चों ने अपने चित्रों में वही बनाये जिसको की वह अपने घरों में रोज देखते हैं।
2 टिप्पणियां:
अच्छा लिखा है। बधाई स्वीकारें।
shubhkamnayen mitr. समाज जिस कदर नशे में तल्लीन हो गया है...वहाँ नशे कि बात होनी बेहद जरुरी हो गई है...आप के लेखन का चुनाव विषय बेहद प्रशंसनीय है. शुभकामनाये. लिखते रहें.
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http://ultateer.blogspot.com
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